हनुमान जी पर कविता | हिंदी कविता | दोहा छंद कविता | हरियाणा साहित्य | रामभक्त हनुमान | छंद कविता | भास्कर सिंह माणिक
नमन हनुमान
रामदूत हनुमान का,
पावन दिन है आज।
श्रध्दा से पूजन करो,
पूरन होंगे काज।।
दर्शन कर हनुमान के,
यदि चाहो कल्याण।
रामचन्द्र के नाम से,
तैर उठें पाषाण।।
रामचन्द्र के नाम से,
तैर उठें पाषाण।।
जन-जन संकट हरें,
पवन पुत्र हनुमान।
रामचन्द्र के नाम का,
जो जन करते ध्यान।।
रामचन्द्र के नाम का,
जो जन करते ध्यान।।
तुलसी मानस ज्ञान से,
पुलकित है हनुमान।
घर-घर में अब है रहा,
रामचन्द्र का गान।।
मनसा वाचा कर्म से,
जो जन करते ध्यान।
मिलता है हनुमान से,
उस नर को सद्ज्ञान।।
मिलता है हनुमान से,
उस नर को सद्ज्ञान।।
मैं-मैं जो करते रहे,
उनका हुआ विनाश।
संकट को हनुमान जी,
करते पल में नाश।।
संकट को हनुमान जी,
करते पल में नाश।।
राम नाम अंकित लिखा,
देखा लंका बीच।
भक्त विभीषण राम का,
खुद को कहता नीच।।
भक्त विभीषण राम का,
खुद को कहता नीच।।
रामदूत के जाप से,
पावन बने चरित्र।
बना दिया सुग्रीव को,
रामचन्द्र का मित्र।।
बना दिया सुग्रीव को,
रामचन्द्र का मित्र।।
सागर को सब ताकते,
लांघ गए हनुमान।
जलती लंका देखकर,
लंकापति हैरान।।
जलती लंका देखकर,
लंकापति हैरान।।
वरिष्ठ कवि:
भास्कर सिंह माणिक, कोंच
भास्कर सिंह माणिक, कोंच
जालौन, उत्तर प्रदेश
***
काव्य विश्लेषण
कविता "नमन हनुमान" वरिष्ठ कवि भास्कर सिंह माणिक द्वारा लिखी गई है, जो हनुमान जी की महिमा और उनके प्रति भक्ति को दर्शाती है। कविता में कवि ने हनुमान जी के गुणों और उनके कार्यों का वर्णन किया है, जो पाठक को हनुमान जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति की भावना से भर देता है।
कविता की संरचना
कविता की संरचना बहुत ही सुव्यवस्थित है, जिसमें कवि ने हनुमान जी की महिमा और उनके कार्यों का वर्णन किया है। कविता में कवि ने विभिन्न छंदों और अलंकारों का प्रयोग किया है, जो कविता को और भी आकर्षक बनाते हैं।
कविता के मुख्य तत्व
कविता के मुख्य तत्व निम्नलिखित हैं:
हनुमान जी की महिमा:
कविता में हनुमान जी की महिमा और उनके कार्यों का वर्णन किया गया है, जो पाठक को हनुमान जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति की भावना से भर देता है।
रामचन्द्र के नाम की महिमा:
कविता में रामचन्द्र के नाम की महिमा का वर्णन किया गया है, जो पाठक को रामचन्द्र के प्रति श्रद्धा और भक्ति की भावना से भर देता है।
भक्ति और श्रद्धा:
कविता में भक्ति और श्रद्धा की भावना को बहुत ही सुंदर तरीके से दर्शाया गया है, जो पाठक को हनुमान जी और रामचन्द्र के प्रति श्रद्धा और भक्ति की भावना से भर देता है।
कविता का संदेश
कविता का मुख्य संदेश यह है कि हनुमान जी की भक्ति और रामचन्द्र के नाम की महिमा से जीवन में सुख और शांति प्राप्त हो सकती है। कविता में कवि ने हनुमान जी के गुणों और उनके कार्यों का वर्णन किया है, जो पाठक को हनुमान जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति की भावना से भर देता है।
निष्कर्ष
कविता "नमन हनुमान" एक सुंदर और भावपूर्ण कविता है, जो हनुमान जी की महिमा और उनके प्रति भक्ति को दर्शाती है। कविता में कवि ने हनुमान जी के गुणों और उनके कार्यों का वर्णन किया है, जो पाठक को हनुमान जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति की भावना से भर देता है।
Social Plugin