बाल विवाह मुक्त भारत
बाल विवाह मुक्त भारत को, हम ने बनाना है।
शिक्षित कर बेटियों को, देश मज़बूत बनाना है।।
ऊंची दर बाल विवाह की, शुरूआत वहां से करो।
महिला बाल विकास मंत्रालय, संग क़दम तुम धरो।।
न डरो राष्ट्र-अभियान ये, इसे सफल बनाना है।
शिक्षित कर बेटियों को, देश मज़बूत बनाना है।।
राजस्थान झारखंड बंगाल में, बाल विवाह होते हैं।
आंध्र बिहार त्रिपुरा व असम में, छोटे बच्चे रोते हैं।।
मासूम बचपन खोते हैं, यह कलंक मिटाना है।
शिक्षित कर बेटियों को, देश मज़बूत बनाना है।।
मानदंड दृष्टिकोण समाज के, हमें बदलने होंगे।
बाल विवाह पर रोक लगे, सख्त कानून लाने होंगे।।
परस्पर कदम मिलाने होंगे, जन-जन को जगाना है।
शिक्षित कर बेटियों को, देश मज़बूत बनाना है।।
मजबूरी कहीं न खंडित हों, ईमान बचाना चहिए।
हर नागरिक जानकार हो, विधान बनाना चाहिए।।
राष्ट्र विकसित होना चाहिए, कँधों पे जमाना है।
शिक्षित कर बेटियों को, देश मज़बूत बनाना है।।
कवि:
देवी राम शर्मा
धारूहेड़ा, रेवाड़ी, हरियाणा।
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विषय विशेष:
बाल विवाह एक ऐसी प्रथा है जिसमें बच्चों की शादी उनकी बचपन की अवस्था में ही कर दी जाती हैं। यह प्रथा आज भी कई देशों में प्रचलित है, लेकिन यह एक गंभीर सामाजिक समस्या है जो बच्चों के अधिकारों और उनके भविष्य को प्रभावित करती है।
विषय विश्लेषण:
बाल विवाह मुक्त भारत की इस कविता में कवि ने बाल विवाह की समस्या को उजागर किया है और इसके निवारण के लिए सामाजिक और कानूनी कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया है। कविता में कवि ने बाल विवाह के कारणों और इसके परिणामों को भी व्यक्त किया है।
कविता की मुख्य बातें:
बाल विवाह मुक्त भारत बनाने की आवश्यकता।
शिक्षित करने से बेटियों को मजबूत बनाना।
बाल विवाह के खिलाफ कानूनी कदम उठाना।
सामाजिक जागरूकता बढ़ाना।
बाल विवाह के अपराधियों को दंडित करना।
निषेध कानून बनाना।
हर नागरिक को जानकार बनाना।
विधान बनाना।
राष्ट्र विकसित होना चाहिए।
कविता का संदेश:
कविता का संदेश यह है कि बाल विवाह एक गंभीर समस्या है जिसे हमें मिलकर हल करना होगा। हमें शिक्षित करने, सामाजिक जागरूकता बढ़ाने, कानूनी कदम उठाने, और अपराधियों को दंडित करने की आवश्यकता है। हमें एक मजबूत और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए मिलकर काम करना होगा।
बाल विवाह के कारण:
1. गरीबी: गरीब परिवार अपने बच्चों की शादी जल्दी करने के लिए मजबूर होते हैं ताकि वे अपने बच्चों की शिक्षा और देखभाल का खर्च बचा सकें।
2. सामाजिक दबाव: समाज में बाल विवाह की प्रथा को स्वीकार किया जाता है, जिससे लोग अपने बच्चों की शादी जल्दी करने के लिए मजबूर होते हैं।
3. अशिक्षा: अशिक्षित लोग बाल विवाह के बारे में जागरूक नहीं होते हैं और वे अपने बच्चों की शादी जल्दी करने के लिए मजबूर होते हैं।
बाल विवाह के कुछ नुकसान:
1. बाल विवाह के कारण बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो सकती है।
2. बच्चों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है।
3. बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन होता है। क्योंकि समय पर शादी आवश्यक है लेकिन समय से पहले बच्चों में आवश्यक मानसिक परिपक्वता की कमी होती है।
4. परिणामस्वरूप समाज में गरीबी और अशिक्षा की समस्या भी बढ़ती है।
बाल विवाह को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है:
1. शिक्षा को बढ़ावा देना।
2. सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देना।
3. कानूनी कार्रवाई करना।
4. गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना।
5. बाल विवाह के खिलाफ अभियान चलाना।
6. शादी का समय पर होना जितना आवश्यक है, समय से पहले, उतना ही नुकसानदायक भी।
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